बोकारो: इलेक्ट्रो स्टील वेदांता प्रबंधन की गलत नीतियों, वादा खिलाफी और मनमानी के विरोध में अलकुशा पंचायत के रैयत, गैररैयत और तकनीकी प्राप्त बेरोजगार युवकों की एक बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता पंचायत मुखिया रोहित रजक ने की, जबकि संचालन युवा नेता सनाउल्लाह अंसारी ने किया।
बैठक में निर्णय लिया गया कि 10 जनवरी, 2025 से इलेक्ट्रो स्टील वेदांता की फोरलेन सड़क, शहीद निर्मल महतो चौक, अलकुशा मोड़ पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया जाएगा।
बैठक के मुख्य बिंदु और आरोप:
- कंपनी द्वारा रैयत और गैररैयत समुदाय के साथ धोखाधड़ी की जा रही है।
- रैयत मजदूरों की छंटनी कर उन्हें भुखमरी की स्थिति में धकेला जा रहा है।
- क्षेत्र में बढ़ते प्रदूषण के कारण स्थानीय लोग गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हो रहे हैं।
- बच्चों की पढ़ाई और परिवार की आजीविका पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
7 सूत्रीय मांगें:
- मूल रैयत को स्थायी नियोजन: स्थानीय कुशल, अर्ध-कुशल, और शिक्षित बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिया जाए।
- छंटनी किए गए रैयत मजदूरों की पुनः बहाली: कंपनी द्वारा हटाए गए मजदूरों को वापस नियोजित किया जाए।
- सीएसआर फंड का सही उपयोग: शिक्षा, स्वास्थ्य और जल आपूर्ति जैसे कल्याणकारी कार्य किए जाएं।
- प्रदूषण नियंत्रण: ध्वनि, वायु और भूमि प्रदूषण को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
- सड़क हादसों की रोकथाम: सड़क सुरक्षा के लिए आवश्यक व्यवस्था की जाए, जिसमें गति सीमा पर नियंत्रण और नो-एंट्री का सख्ती से पालन शामिल है।
- अस्पताल का निर्माण: प्रभावित क्षेत्र के लिए स्थायी अस्पताल और कुशल डॉक्टर-नर्स की व्यवस्था हो।
- ट्रांसपोर्टिंग वाहनों पर नियंत्रण: ट्रकों और गाड़ियों की गति सीमा नियंत्रित की जाए।
बैठक में शामिल प्रमुख लोग:
बैठक में सैकड़ों रैयत मजदूर और स्थानीय निवासी मौजूद थे, जिनमें भृगु राम हजरा, सुल्तान अंसारी, इमामुद्दीन अंसारी, रहीम अख्तर, डी. महतो, अर्जुन महतो, विमल कुमार दास, विवेक कुमार महतो, शोएब अंसारी, और अन्य प्रमुख लोग शामिल थे।
स्थानीय लोगों का समर्थन:
बैठक में सभी ने एकजुट होकर मांग की कि यदि उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो वे अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे। पंचायत मुखिया और अन्य प्रतिनिधियों ने जोर देकर कहा कि क्षेत्र के विकास और रैयत समुदाय के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रहेगा।
